सुहानी मुरलिया बाजे मोहन के
सुन सुन रधिया के मन डोले
सुन ले ओ मोर मयारू मयना
अरझाए काबर ते चलते चलत।
सुन ले गा मोर तिहारू बइहा
तहूं सुरता आये निंद परते परत
मय तो चंदा, तय मोर चंदैनी
गाबोन गीत धरती के संग होके....
धान के पाना कस कोंवर तन,
तहूं हरियाया काबर मोरे खातिर
लटालट लहसत धान के बाली,
तहूं उजियारे काबर मोरे खातिर
मय तो गरजन, मय तोर बिजली
चल जाबोन राजिम मेला बनठन के...
कतक बड़ौकी करव ओकर
जउन तोला सिरजाइस मोरे बर
कतक सहरावंव भाग ल अपन
जउन तोना भिजवाइस मोरे बर
मय तोर हिरदे, मय तोर धड़कन
गिन गिन कऊरा मलोले...
Tuesday, April 10, 2007
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